Trading Kya Hai In Hindi | What Is Trading In Hindi?

Trading Kya Hai In Hindi | What Is Trading In Hindi

आपका स्वागत है मेरे ब्लॉग Hindi Me Tech Talk में ! आइये शुरू से शुरू करते हैं !

ट्रेडिंग एक तरह की प्रक्रिया है जिसमें हम लोग या कोई भी कंपनी किसी शेयर, कमोडिटी, या कोई अन्य फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट (financial instrument) को खरीदने और बेचने का काम करते हैं, जिससे हमें (financial )फाइनेंसियल लाभ हो सके।

ट्रेडिंग को और ज्यादा जानने के लिए हमें इसके कुछ मुख्य शब्दों को समझना होगा, जैसे कि:

शेयर (Share) :

किसी भी कंपनी का शेयर उस कंपनी की ओनरशिप का एक हिस्सा होता है। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी में एक भागीदार बन जाते हैं।

कमोडिटी (Commodity) : 

कमोडिटी एक प्रकारकी वस्तुया प्रोडक्ट हैजो किसी भी सेक्टर में उसे किया जाता हैजैसे कीअनाज रॉ मैटेरियल गोल्ड सिल्वर कॉपर केमिकल्स पेट्रोलियम नेचुरल गैस इत्यादि

मुद्रा (Currency) :

हर देश की करेंसी एक प्रकार की मुद्रा होती है, जो उस देश में पैसों की तरह चलती है। जैसे कि भारत में रुपये (INR), अमेरिका में डॉलर (USD), यूरोप में यूरो (EUR) और अन्य देशों में उनकी अपनी मुद्राएं होती हैं।

फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट्स (Financial Instruments) :  फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स में शामिल होते हैं वे सभी Financial साधन जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट(Fixed Deposit) , म्यूचुअल फंड(Mutual Funds), बॉन्ड (Bonds), और अन्य पॉलिसीज़ जिनमें आप पैसा लगाते हैं या जिनमें आप मासिक या वार्षिक रूप से निवेश करते हैं.

Trading Ke Fayde ( Benefits Of Trading)

Trading Ke Fayde_Benefits Of Trading_HINDIMETECHTALK

आजकल की दुनिया में ट्रेडिंग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। माना  की ट्रेडिंग सीखना कोई आसान बात नहीं है, लेकिन अगर आप इसको सीख लेते हैं तो आप इसे बहुत ही अच्छे से पैसे बना सकते हैं।

ट्रेडिंग किसी भी व्यक्ति को पैसे कमाने के अवसर प्रदान करती है, बाजार में निवेश करने के अवसर प्रदान करती है, और अर्थव्यवस्था में योगदान करने का अवसर प्रदान करती है। क्योंकि ट्रेडिंग के माध्यम से हम किसी भी कंपनी में पैसे इन्वेस्ट करते हैं। 

मान लीजिए कि कोई कंपनी है टाटा मोटर्स। दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने टाटा मोटर्स के शेयरों में पैसे इन्वेस्ट किए हैं और टाटा एक ऐसी कंपनी है जो कि भारत की अर्थव्यवस्था बनाए रखने के लिए टॉप 10 बड़ी कंपनियों में आती है।

आई अब हम ट्रेडिंग का महत्व समझ लेते हैंट्रेडिंग के बेनिफिट्स को समझने के लिएहमें कुछ चीजों का बहुत ज्यादा ध्यान रखना पड़ेगाजैसे की

रिस्क मैनेजमेंट (Risk management): 

ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट एक बहुत ही मुख्य फैक्टर है

अगर आपको रिस्क मैनेजमेंट नहीं आता है, तो आप ट्रेडिंग से पैसे नहीं कमा पाएंगे, बल्कि ट्रेडिंग से आपको बहुत ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। क्योंकि रिस्क मैनेजमेंट के माध्यम से आपको यह पता होना चाहिए:

– कब आपको ट्रेडिंग में पैसे लगाने चाहिए.

– कब आपको ट्रेडिंग में पैसे नहीं लगाने चाहिए.

– कब आपको अपने लगाए हुए पैसे ट्रेडिंग से निकाल लेने चाहिए.

यह सारी जानकारी आपके पास होना जरूरी है, ताकि आप Trading में success हो सकें और अपने investment को सुरक्षित रख सकें।

मार्केट की समझ (Market Knowledge)  : 

सबसे पहले ट्रेडिंग करने के लिए आपको मार्केट की समझ अच्छे से होना जरूरी है ।

अगर आपको ट्रेडिंग में मार्केट की समझ है तो आप ट्रेंडिंग से अच्छे खासे पैसे बना सकते हैं. जबकि आपको पता है कि क्या आज मार्केट ऊपर जा रहा है, कौन सी टॉप टेन कंपनी है जिनका शेयर प्राइस आज बढ़ रहा है, कौन सी ऐसी कंपनी है जिनका प्राइस आज गिरा है, और आपको किस कंपनी  शेयर खरीदने चाहिए या किस कंपनी के शेर आपको अब नहीं खरीदनी चाहिए. 

इमोशनल कंट्रोल (Emotional control) :

अगर आपको खुद पर कंट्रोल है तो आप ट्रेडिंग में पैसे बना सकते हैं. आपको बस अपने ऊपर नियंत्रण रखना है .

जैसे कि अगर मैंने  ट्रेडिंग में हजार रुपए लगाए और वह हजार रुपए मेरे कुछ आने वाले दिन में 2000 हो गए तो मुझे दोबारा पैसे निवेश  करने से पहले  मार्केट एनालाइज करना होगा,  मार्केट रिसर्च करना होगा , और उसके बाद उन पैसों को दोबारा ट्रेडिंग में लगाना होगा.

बिना मार्केट को एनालाइज करे, हमे उसमे पैसे नहीं लगाने चाहिए और मान लीजिए कि मैंने  ट्रेडिंग में ₹5000 लगाएं और में उन पैसों को हार जाता हू, तो  अपने वो ₹5000 को रिकवर करने के लिए और ज्यादा पैसे उसमें नहीं लगते हैं अगर ऐसे वक्त पर आप उसमें और ज्यादा पैसे लगाएंगे तो अक्सर ऐसा होता है कि इमोशनली कंट्रोल खोने के बाद हम अपना नुकसान और ज्यादा कर बैठते हैं.

Types Of Trading | Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai

आई अब हम जान लेते हैं Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai

1. शेयर ट्रेडिंग (Share Trading)

शेयर ट्रेडिंग, ट्रेडिंग का सबसे आम प्रकार है जिसमें हम किसी भी कंपनी के शेयर खरीद लेते हैं और जब हमें लगता है कि वह  शेयर हमारी खरीदी हुई रकम से आगे बढ़ गया है और तब हम उसे प्रॉफिट में बेच सकते हैं.

 यह  ट्रेडिंग का  एक बहुत ही जाना माना टाइप है.

2.कमोडिटी ट्रेडिंग (Commodity Trading)

कमोडिटी ट्रेनिंग, जैसा कि मैं आपके ऊपर बताया था कि कमोडिटी में कोई भी ऐसी वस्तु या रॉ मैटेरियल आ सकता है, जैसे कि सोना, चांदी, गेहूं ETC. इसमें हम कोई भी कमोडिटी को खरीद के रख लेते हैं.

मान लीजिए आज गोल्ड का भाव है 70,000 रुपए का 10 ग्राम हैं और मैंने यह गोल्ड 100 ग्राम आज की तारीख में खरीद लिया, और मान लीजिए मैंने इसे 5 साल तक अपने पास स्टोर रखा और 5 साल के बाद इसकी कीमत थी1 लाख पर 10 ग्राम और तब मैंने इसे भेज दिया इस तरीके को कहते हैं कमोडिटी ट्रेडिंगकि. जब भी मुझे लगा कि मेरी कमोडिटी का प्राइस ज्यादा हो गया है तो मैंने उसको  बेच (Sell) दिया और अपना प्रॉफिट बना लिया.

3. करंसी ट्रेडिंग (Currency Trading or Forex Trading)

CURRENCY_TRADING_FOREX_TRADING_HINDIMETECHTALK

ट्रेडिंग का तीसरा प्रकार करंसी ट्रेडिंग YA Forex Trading 

करंसी ट्रेडिंग शब्द से ही आपको यह समझ में आ रहा होगा कि यह किसी भी देश की मुद्रा(Currency) से संबंधित ट्रेडिंग है। इस ट्रेडिंग में, हम किसी भी देश की मुद्रा(currency) को खरीदते हैं और दूसरे देश की मुद्रा में उसे एक्सचेंज या बेच देते हैं। इस प्रक्रिया को हम करंसी ट्रेडिंग या (Forex Trading) फॉरेक्स ट्रेडिंग कहते हैं।

4. Futures Trading

चौथा होता है (Futures Trading) फ्यूचर ट्रेडिंग।

फ्यूचर ट्रेडिंग में, आप किसी भी Asset की आने वाली फ्यूचर की कीमत को फिक्स कर देते हैं और फिर उस Asset को फ्यूचर में उसी कीमत पर खरीदने या बेचने के लिए कमिटमेंट करते हैं।

यह ट्रेडिंग का एक ऐसा तरीका है जिसमें आप किसी भी एसेट की आने वाली फ्यूचर में कीमत का अनुमान लगाते हैं और उसे खरीदने या बेचने के लिए कमिटमेंट करते हैं।

5.ऑप्शन्स  ट्रेडिंग (Options Trading)

ऑप्शन्स  ट्रेडिंग (Options Trading) में, आप किसी भी Asset की कीमत को भविष्य में खरीदने या बेचने के लिए एक option खरीदते हैं, जिसे ऑप्शन कहते हैं। यह option आपको अधिकार देता है कि आप उस Asset  की कीमत को भविष्य में खरीदने या बेचने के लिए कमिटमेंट करें, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आप उस ऑप्शन का उपयोग करें या न करें।

6. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)

स्विंग ट्रेडिंग में कोई भी व्यक्ति किसी भी शेयर को खरीदता है और PRICE बढ़ने पर उस शेयर को बेच देता है.

यह एक आसान प्रक्रिया है जिसमें सिर्फ  शेयर के प्राइस बढ़ने पर  शेयर को बेच दिया जाता है. इसको हम स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) कहते हैं.

7. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)

आइये जाने है इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है (intraday trading kya hai ?) : Intraday trading शेयरखरीदने और बेचने की ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शेयर को एक ही दिन में खरीदा जाता है और उसी दिन उसके प्राइस बढ़ने पर SAME DAY बेच दिया जाता है .

8. पोजीशन ट्रेडिंग (Position Trading)

पोजीशन ट्रेडिंग में हम किसी भी शेयर को लंबे वक्त के लिए खरीदते और होल्ड कर लेते हैं . और फिर हम इंतजार करते हैं उसके प्राइस  बढ़ने  का और जब भी शेयर का प्राइस मार्केट में बढ़ जाता है इन फ्यूचर, तो हम शेयर को बेच देते हैं .

Trading ke Liye Aavashyak Baatein (Trading Tips In Hindi)

TRADING TIPS IN HINDI_HINDI ME TECH TALK

ट्रेडिंग में सफल होने और पैसे कमाने क लिए कुछ ज़रूरी ट्रेडिंग टिप्स Trading Tips होती है , जिन्हे फॉलो करके आप ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त कर सकते हैं :

1. ट्रेडिंग मार्केट की समझ  (Understanding The Stock Market) :

Trading mein bazaar ki samajh ka mahatva hai. Vyakti ko bazaar ki sthiti, trend, aur pattern ko samajhna chahiye.

2. शेयरों का मौलिक विश्लेषण (Fundamental Analysis Of Stocks) :

 शेयरों का मौलिक विश्लेषणका बहोत महत्व है ट्रेडिंग में।  व्यक्ति को कंपनी के फाइनेंसियल स्टटेमॅनेट, फंडामेंटल बैलेंस शीट और इनकम स्टेटमेंट को अनलयसे करना और समझना चाहिए।

 3. रिस्क मैनेजमेंट(Risk Management) :

ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट बहोत ही ज़रूरी फैक्टर है इसमें किसी भी ट्रेडर को आपने रिस्क को कम  से काम करके प्रॉफिट को बढ़ाना है , जब भी आपको लगे  की किसी भी ट्रेड में आपको रिस्क है या आप उस ट्रेड क लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हो तोह आपको वो ट्रेड नहीं लेनी चाहिए। 

2. भावनात्मक नियंत्रण (Emotional Control ) :

किसी भी ट्रेडर क लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी बात है आपने इमोशंस को कण्ट्रोल में रखना जिस से की आपको रिस्क काम हो और आप प्रॉफिट की और बढ़ते चले।  इसका मतलब यह है की जब भी आप जीत रहे हो या हार रहे हो तब इमोशनल हो क आपको जल्दी बाज़ी में कोई भी ट्रेड नहीं लेनलेनि है। खुद को टाइम देना ज़रूरी है. 

3. अनुशासन (Discipline) :

ट्रेडिंग करने और सिखने क लिए आपको आपने अंदर अनुशाशन बनाना होगा।  क्यों की ट्रेडिंग सिर्फ उनके लिए है जो अनुशाशन में रह कर ट्रेड करते हैं, इसके लिए आपको अपनी बनाई हुई स्ट्रेटेजी का पालन करना चाहिए और अपने  Decision  को ही मानना चाहिए..

4. धैर्य(Patience)

ट्रेडिंग में आपको पेशेंस रखना बहोत ज़रूरी है, अगर आपको लगता है की २-४ दिन में आप ट्रेडिंग सिख के  ट्रेड कर लेंगे तो यह बिलकुल गलत है, इसमें आपको सिखने क लिए टाइम देना होगा और साथ ही साथ अगर आप सिख चुके हैं तो भी आपको अपनी ट्रेड्स लेने और बेचने की प्रक्रिया को पेशेंस से टाइम देके और अच्छे से समसमझ क करना होगा. 

5:सीखते रहना (Sustainable Education) :

अगर आपक ट्रेडिंग में उतरना चाहते हैं और ट्रेडिंग से अच्छे खासे पैसे कामना चहिते हैं तोह तोह आपको ट्रेडिंग की नॉलेज लेते रहना होगा क्युकी ट्रेडिंग एक बहोत बड़ा शब्द है और आपको इसमें आगे बढ़ने क लिए निरंतर सीख्शा लेते रैना होगा. 

इन कौशलों को विकसित करने से व्यक्ति ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त कर सकता है। तो अगर आप ट्रेडिंग में पैसे कामना चाहते हैं और ट्रेडिंग को अच्छे से सीखना चाहते हैं तो आपको  अपने  समय को ट्रेडिंग को देना होगा तभी आप आगे बढ़ सकते हैं।

हमारा ब्लॉग पढ़ने क लिए आप सभी का शुक्रिया।

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